Remembering Romesh Chandra Ji
9 सितंबर 1981. एवं 12.मई 1984 को कैसे भुलाया जा सकता है। दोनों दिन हमारी जिंदगी में भयावह थे। 9 सितंबर को लाला जी को और12मई को रमेश जी को क्रुर हाथो ने हम से…
9 सितंबर 1981. एवं 12.मई 1984 को कैसे भुलाया जा सकता है। दोनों दिन हमारी जिंदगी में भयावह थे। 9 सितंबर को लाला जी को और12मई को रमेश जी को क्रुर हाथो ने हम से…